संदर्भ संख्या : 40019922027080 , दिनांक - 03 Jan 2023 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019922027080
आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-श्रीमान जी प्रार्थी आपको स्मरण कराना चाहता है कि कुछ वर्षों पहले भी इस सुरेकापुरम कॉलोनी में सीवर का निर्माण हुआ था किंतु वह सीवर करोड़ों रुपए खर्च करने के पश्चात भी सफल नहीं हुआ महत्वपूर्ण तथ्य है कि विभागीय अधिकारियों कि कोई जवाबदेही तो बनती नहीं एक ही जगह पर कितनी बार सीवर बनाएंगे कितनी बार सड़कें तोड़ेंगे कितनी बार लोगों के जीवन को नर्क बनाएंगे आज भी सुरेकापुरम के ऊपरी वाले हिस्से का पानी नीचे आता है दो दो बार जब कि सीवर का निर्माण हो चुका है यहां पर बहुत महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि हमारी सरकारें कितना असंवेदनशील है और हमारे अधिकारी और कर्मचारी कितने अयोग्य हैं कि आप का कोई भी कार्य सफल नहीं होता किंतु इसके बावजूद भी कोई जवाबदेही नहीं होती कार्यों में कोई पारदर्शिता नहीं होती जेनुइन आवेदनों को कूड़े के टोकरी में फेंक दिया जाता है और फिर जो आवेदन देता है कहते हैं कि लगता है डिस्टर्ब है इन से क्या लेना देना है जरूर आपसे लेना देना है क्योंकि आप तो लाखों का नहीं करोड़ों का चपत लगाते हैं आपकी कोई भी योजनाएं सफल नहीं होती हैं लेकिन आपकी जवाबदेही कौन तय करेगा अरे जवाबदेही वही तय कर सकता है जो ईमानदार हो जिसकी छवि अच्छी हो एक भ्रष्टाचारी भ्रष्टाचार को थोड़ी चेक कर सकता है श्रीमान जी प्रार्थी द्वारा जन सूचना अधिनियम 2005 के तहत कई आवेदन प्रस्तुत किए गए किंतु जहां पर जाता है वहीं पर उसे रोक लिया जाता है सभी एक दूसरे का सहयोग दे रहे हैं इस भ्रष्टाचार में श्रीमान जी प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के समक्ष यह चिल्लाने से कि मैं ईमानदार हूं मैं ईमानदार हूं कोई ईमानदार थोड़े हो जाता है इमानदारी तो वह चीज है जो व्यक्ति के कार्य में झलकती है अरे भ्रष्टाचार पूर्ण कार्य करेंगे और कहेंगे जनता से कि मुझे ईमानदार कहो मुझसे बड़ा इस दुनिया में कोई ईमानदार है ही नहीं अरे कहने से कोई ईमानदार हो जाएगा ईमानदारी कार्यशैली में होनी चाहिए अगर इमानदार वास्तव में कहलवाना चाहते हो तो ईमानदार बनो वह कार्यशैली में झलके शिकायत संख्या -40019922025550 आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-, श्रीमान जी जहां एक और मोदी सरकार का सतर्कता विभाग न हीं सिर्फ अधिकारियों से वल्कि सामान्य जनता से भी शपथ पत्र ले रही है ईमानदारी का वहीं पर योगी सरकार सिर से लेकर पैर तक भ्रष्टाचार के चपेट में है इसका जीता जागता उदाहरण मिर्जापुर का नमामि गंगे विभाग जिसमें प्रार्थी द्वारा दर्जनों से अधिक पत्र लिखे गए भ्रष्टाचार की जांच कराने के लिए किंतु विभाग का माहौल ऐसा है जैसे लगता है कि उस विभाग में भ्रष्टाचार ही होता है इसके अलावा और कुछ होता ही नहीं सारे विकास कार्य का पैसा अधिकारी कर्मचारी ठेकेदार सब मिलकर खा गए जो सुरेकापुरम में मुलायम सिंह के समय में सड़क बनी थी उसको तोड़ दिए 2 वर्ष पहले और इस आश्वासन के साथ नमामि गंगे सीवर बनवाएगा उसके साथ समस्त रोड की अच्छे ढंग से मरम्मत कराएगा और यहां से बोल्डर सब हट जाएंगे किंतु पहले से भी खराब रोड इन्होंने दिया और जो पुराना रोड था उसे तोड़कर उसकी रिपेयरिंग तक इन्होंने नहीं कराया और बालू से ढोके को जोड़ा गया है वह बालू उड़-उड़ के लोगों के नाक में जाता है सुरेकापुरम में बीमारी फैल रही है नालियों को तोड़ दिए हैं पानी जगह-जगह ऊपर बह रहा है किंतु कोई देखने वाला नहीं है जब भ्रष्टाचार का बोलबाला होगा तो सभी अपनी आंख और कान बंद कर लेते हैं The matter concerns the department of Namami Gange, Government of Uttar Pradesh District-Mirzapur for enquiry into developmental activities carried out concerning sewage work in Surekapuram colony. श्रीमान जी पूर्व में भी कई आवेदन दे चुका हूं और अभी भी दे रहा हूं और पुनः स्मरण कराता हूं कि दस्तावेज लेकर आइए और पूरे मोहल्ले में चलकर देखिए कि जितना सरकार का फंड खर्च हुआ है उसी हिसाब से कार्य हुआ है या नहीं किंतु आपको कभी समय नहीं मिलेगा
विभाग -शिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-01-01-2023शिकायत की स्थिति-
स्तर -जनपद स्तरपद -जिलाधिकारी
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-
फीडबैक की स्थिति -
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नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 02-12-2022 जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर, 13-12-2022 आख्या श्रेणी - प्रकरण सुझाव श्रेणी का है
शिकायतकर्ता उपरोक्त की जांच आख्या संलग्न है । निस्तारित